“ बादल को घिरते देखा है” कविता के प्रश्न उत्तर दुर्गम बर्फानी घाटी में ............................अपने पर चढ़ते देखा है |"
प्रश्न 1. कवि ने दुर्गम बर्फानी घाटियों में क्या देखा ? वे स्वयम् पर पर चिढ़ते हुए क्यों दिखाई दे रहे थे ? उत्तर -कवि ने हिमालय की दुर्गम बर्फानी घाटियों में अनेक युवा हरिणों को देखा | ये कस्तूरी मृग थे | इनकी नाभि से कस्तूरी पदार्थ निकलता है, जिसकी महक चारों और फैल जाती है | वे उसे पाने के लिए पागलों की तरह इधर-उधर दौड़ते रहते है | जब उन्हें कस्तूरी नहीं मिलती है तो वे स्वयम् पर चिढ़ते रहते है |
प्रश्न 2. 'बादल को घिरते देखा है ' कविता में बादलों के सौंदर्य के चित्रण के अलावा कवि ने किन दृश्यों का चित्रण किया है ? उत्तर - कवि नागार्जुन ने बादलों की सुंदरता के अलावा मानसरोवर झील में खिले कमल के फूलों का , हिमालय की छोटी-बड़ी झीलों में समतल मैदानी देशों से आने वाले हंसों का, वसंत ऋतु में मानसरोवर झील के किनारे प्रेम और कलह करते चकवा-चकवी पक्षी का वर्णन किया है और बर्फानी घाटियो में रहने वाले युवा हरिणों का वर्णन किया है |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें