दीपदान work book answers extract 1-5
1 "धाय मॉं, देखो न कितनी सुंदर सुंदर लड़कियां नाच रही हैं गीत गाती हुई तुलजा भवानी के सामने नाच रही हैं | चलो देखो न |"(क) वक्ता एवं श्रोता कौन कौन है ? वक्ता का परिचय दीजिए. उत्तर- वक्ता कुंवर उदयसिंह है और श्रोता पन्ना धाय है | कुंवर उदय सिंह मेवाड़ के स्वर्गीय महाराणा सांगा के सबसे छोटे पुत्र हैं | वे राज्य के उत्तराधिकारी हैं और आयु 14 वर्ष है |
(ख) धाय मां कौन है ? उसका परिचय दीजिए. उत्तर- धाय मां पन्ना धाय है | वह महाराणा सांगा के पुत्र उदय सिंह की धाय मां तथा संरक्षिका है | वह खींची जाति की 30 वर्षीय राजपूतनी है | वह कर्तव्यनिष्ठ, धैर्यवान, दूरदर्शी, वीरांगना और स्वामी भक्त है | कुंवर उदयसिंह के प्राणों की रक्षा के लिए वह अपने इकलौते पुत्र चंदन की बलि चढ़ा देती है |
(ग) सुंदर सुंदर लड़कियों कहाँ नाच रही थी और क्यों. उत्तर- सुंदर-2 लड़कियां मेवाड़ की कुलदेवी तुलजा भवानी के सामने नाच रही थी ,क्योंकि बनवीर ने दीपदान उत्सव का आयोजन किया था तथा स्वयं के द्वारा बनवाए गए मयूर पक्ष कुंड में दीप का दान करने और नाच गान का कार्यक्रम रखा था | उसी के कहने पर लड़कियां नाच रही थी |
(घ) धाय मां लड़कियों का नृत्य देखने क्यों नहीं जाना चाहती थी ? उत्तर - बनवीर द्वारा आयोजित दीपदान उत्सव में पन्नाधाय को किसी षड्यंत्र की बू आ रही थी | मेवाड़ में दीपदान नाच गान जैसे कार्यक्रम कभी नहीं हुए थे .| मेवाड़ वीरों की भूमि थी | इस प्रकार का कार्यक्रम अचानक आयोजित किया गया तो पन्नाधाय को किसी अनिष्ट की आशंका होने लगी थी , इसलिए वह नृत्य देखने नहीं जाना चाहती थी |
(ii)"नहीं कुंवर, तुम कभी रात में अकेले नहीं जाओगे | चारों तरफ जहरीले सर्प घूम रहे हैं | किसी भी समय तुम्हें डस सकते हैं "
(क) कुंवर कौन है तथा उनसे बात करने वाला कौन है ? उत्तर- कुंवर उदय सिंह है | वे मेवाड़ के स्वर्गीय महाराणा सांगा के सबसे छोटे पुत्र हैं | उनसे बात करने वाली उनकी संरक्षिका पन्नाधाय है |
(ख) जहरीले सर्प से वक्ता का संकेत किसकी ओर है और क्यों ? उत्तर - जहरीले सर्प से पन्नाधाय का आशय ऐसे लोगों से हैं जो अपने स्वार्थ के लिए उदय सिंह व विक्रमादित्य के शत्रु बने हुए हैं | इन लोगों से कुंवर सुरक्षित नहीं है | मौका पाते ही वे कुंवर उदयसिंह को हानि पहुंचाने का प्रयास कर सकते हैं | इनमें बनवीर प्रमुख है |
(ग) बनवीर कौन था ? वह उदय सिंह को क्यों मारना चाहता था ? उत्तर- बनवीर महाराणा सांगा के छोटे भाई पृथ्वी सिंह का दासी पुत्र था | उसे उदय सिंह का संरक्षक नियुक्त किया गया था | वह अत्यंत क्रूर, निर्दय व दुष्ट था | मेवाड़ पर निष्कंटक राज कऱने के लिए वह उदयसिंह को मारना चाहता था | उदयसिंह के रहते वह मेवाड़ पर शासन नहीं कर सकता था |
(घ) सोना कौन थी ? उसका परिचय दीजिए ? उत्तर- सोना रावल सरूप सिंह की अत्यंत रूपवती कन्या थी | उसकी उम्र 16 वर्ष थी | वह अत्यंत वाकपटु और नृत्य कला में पारंगत थी | प्रलोभन दिए जाने के कारण और बनवीर के प्रति झुकाव रखती थी | उसी के कहने पर वह उदय सिंह और पन्नाधाय को दीपदान उत्सव में शामिल करना चाहती थी |
(iii)" दिन में तुम चित्तौड. के सूरज हो, कुंवर ! रात में तुम राजवंश के दीपक हो, महाराणा सांगा के कुलदीपक! "
(क) किसने किसे चित्तौड़ का सूरज कहां और क्यों ? उत्तर- पन्ना धाय ने कुंवर उदयसिंह को चित्तौड का सूरज कहा क्योंकि उदयसिंह ही मेवाड़ के एकमात्र उत्तराधिकारी थे, जिन पर मेवाड़ की उम्मीद टिकी थी | राणा विक्रमादित्य के शासन से प्रजा व सामंत असंतुष्ट थे | उदयसिंह ही मेवाड़ के भावी शासक थे |
(ख)' रात में तुम राजवंश के दीपक हो' से वक्ता का क्या आशय है ? उत्तर-कुंवर उदयसिंह राणा सांगा के सबसे छोटे पुत्र थे और मेवाड़ के अन्तिम उत्तराधिकारी थे | वे ही राजवंश को आगे बढाने वाले थे | वे ही राणा सांगा के कुल को रोशन करने वाले थे, इसी कारण पन्ना धाय ने कुंवर उदयसिंह को राजवंश का दीपक कहा |
(ग) कुंवर वक्ता की किस बात से रूठ गए ? उसने वक्ता से क्या कहा ? और वक्ता ने क्या उत्तर दिया? उत्तर- पन्ना धाय ने दीपदान उत्सव में जाने से मना कर दिया था, इसी बात से कुंवर उदयसिंह रूठ गए थे | रूठकर उन्होंने कहा कि वह न तो उदयसिंह बनेगा और न कुलदीपक | इस पर पन्ना धाय ने कहा कि रूठने से राजवंश नहीं चलते हैं |
(घ) वक्ता ने तलवार के संबंध में क्या कहा? उत्तर- वक्ता पन्ना धाय ने कहा कि चितौड़ में तलवार से कोई नहीं डरता है | लता में जिस तरह फूल खिलते हैं, उसी तरह मेवाड़ में वीरों के हाथों में तलवार खिलती है ...तलवार चमकती है |
(IV)उन्होंने कहा-" महल में धाय माँ अरावली पहाड़ बन कर बैठ गई है अरावली पहाड़ तो तुम बनास नदी बनकर बहुत खूब नाचो गाओ जो आज कोई उत्सव का दिन नहीं था फिर भी उन्होंने कहा मेरे बनवाए हुए मयूर पक्ष कुंड में दीपदान करो |"(क) उन्होंने शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है ? उसका परिचय दीजिए. उत्तर-उन्होंने शब्द का प्रयोग सोना के द्वारा बनवीर के लिए किया गया है | बनवीर महाराणा सांगा के छोटे भाई पृथ्वी सिंह का दासी पुत्र था | महाराणा सांगा की मृत्यु के बाद उदय सिंह का संरक्षक बनवीर को बनाया गया था |
(ख)नाच गायन व दीपदान का आयोजन किसने किस उद्देश्य से करवाया था ? उत्तर-नाच गान तथा दीपदान का आयोजन में मेवाड में बनवीर ने करवाया था | इस आयोजन के पीछे उसका उद्देश्य महाराणा विक्रमादित्य व उदय सिंह की हत्या कर चित्तौड़ पर अपना अधिकार जमाना था |
(ग) पन्ना की कर्तव्य निष्ठा एवं स्वामी भक्ति पर प्रकाश डालिए. उत्तर-पन्ना को जैसे ही बनवीर के षड्यंत्र का पता चलता है, वह उदय सिंह को बचाने का निर्णय कर लेती है | वह कीरत बारी की मदद से उदय सिंह को महल से बाहर भेज देती है और उदय सिंह के स्थान पर अपने पुत्र चंदन को सुला देती है | बनवीर चंदन को उदय सिंह समझ कर उसकी हत्या कर देता है और उदय सिंह बच जाते हैं | इस प्रकार पन्ना धाय मेवाड़ के वंशज उदय सिंह की रक्षा कर अपनी स्वामी भक्ति और देशभक्ति का परिचय देती है |
(घ) बनास नदी का प्रयोग किस संदर्भ में किया गया है और क्यों ? उत्तर- ~बनवीर चाहता है कि पन्ना धाय भी दीपदान उत्सव में शामिल हो ताकि वह अपने उद्देश्य में सफल हो सके | इसके लिए वह सोना को पन्ना के पास भेजता है ताकि सोना के मुख से नाच गायन की प्रशंसा सुनकर पन्ना स्वयं को रोक न सके और सारे बंधन तोड़ कर महल से बाहर आ जाए |
(क) वक्ता और श्रोता कौन कौन है ? नगर निवासी कौन सा त्योहार मना रहे हैं और क्यों है ? उत्तर -वक्ता रावल सरुपसिंह की बेटी सोना है और श्रोता पन्ना धाय है | मेवाड़ के नगर निवासी दीपदान त्योहार मना रहे हैं क्योंकि बनवीर ने इस त्योहार को मनाने के लिए कहा था और अपने द्वारा बनवाए गए मयूर पक्ष कुंड में दीपदान करने को कहा था |
(ख) उस त्योहार का आयोजन किस ने किस उद्देश्य से किया था ? उत्तर -दीपदान त्योहार का आयोजन बनवीर ने किया था | इसको मनाने के पीछे उसका उद्देश्य महाराणा विक्रमादित्य व कुंवर उदयसिंह की हत्या कर मेवाड़ पर निष्कंटक राज करना था |
(ग) 'धाय मॉं तुम्हारे पहाड़ बनने से क्या होगा 'वक्ता की इस कथन का आशय स्पष्ट कीजिए उत्तर - बनवीर ने पन्ना धाय की तुलना अरावली पहाड़ से की क्योंकि पन्ना ने अपनी समस्त भावनाओं को मिटाकर अपने कर्त्तव्य के मार्ग पर थी | बनवीर उदयसिंह की हत्या करना चाहता था और पन्ना धाय अरावली पहाड़ के समान अडिग होकर वनवीर की मंशा को पूर्ण नहीं होने दे रही थी |
(घ) और नदी बनो….नाच नाचेंगी ' कथन का आशय स्पष्ट कीजिए. उत्तर -सोना पन्ना धाय से कहती है कि तुम पहाड़ बनकर जिओगी तो बोझ समझी जाओगी, लेकिन नदी बनकर यानि सभी बंधनों को तोड़कर, समय की धारा के साथ चलोगी तो तुम्हारे जीवन में खुशी की उमंगे होगी | वह पन्ना को सभी कर्त्तव्य छोड़ कर दीपदान में शामिल होने को कहती है |
Extract no VI to X you will get tomorrow (28/12/2020) evening.
जवाब देंहटाएंथैंक यू सर
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