प्रश्न (XV) सुखी डाली अभ्यास पुस्तिका " मैं किन लोगों में आ गई हूं ? ये कैसे लोग हैं कुछ भी तो समझ नहीं सकी …..आज कुछ है कल कुछ …..पल में तोला पल में माशा…... कुछ भी तो पता नहीं चलता | गर्म होते हैं तो आग बन जाते हैं और नरम होते हैं तो मोम से भी कोमल दिखाई देते हैं | आज जिस बात को बुरा कहते हैं | कल उसी की प्रशंसा करते हैं |"
(क) वक्ता और श्रोता कौन है उनका परिचय दीजिए. उत्तर- कथन की वक्ता बेला है | वह अपने आप से बात कर रही है | बेला दादा मूलराज के पौत्र परेश की पत्नी है | वह लाहौर के प्रतिष्ठित व संपन्न कुल की सुशिक्षित लड़की है |
(ख) 'पल में तोला पल में माशा' वाक्यांश का आशय स्पष्ट कीजिए- उपर्युक्त वाक्यांश का आशय है - व्यवहार में जल्दी जल्दी बदलाव आना | दादा मूलराज के परिवार के सदस्यों का बेला के प्रति व्यवहार आरंभ में नाराजगीभरा व शिकायतपूर्ण रहता है, लेकिन दादा मूलराज के समझाने के बाद उनका व्यवहार बेला के प्रति अपनत्वपूर्ण हो जाता है और सभी उसका सम्मान करने लगते हैं | बेला को यह बदलाव बड़ा अजीब लगता है |
(ग) वक्ता के अनुसार उसे किस प्रकार की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है और क्यों ? वक्ता बेला अपने ससुराल के सदस्यों को समझ नहीं पाती है, अत: वह सोचती है कि वह किन लोगों के बीच आ गई है | गर्म होते हैं तो आग बन जाते हैं और नर्म होते हैं तो मोम जैसे कोमल हो जाते हैं |कभी किसी बात को बुरा कहते हैं तो कभी उसी बात को अच्छा कहते हैं | बेला इन सब बातों को सोचकर परेशान रहती है | (घ) बेला के चरित्र पर प्रकाश डालिए - यह उत्तर पहले लिखा जा चुका है!
अभ्यास पुस्तिका प्रश्न.(XVI) "मैंने एक अनुभवी नौकरानी को लाने के लिए कह दिया है , जो नई फैशन के बड़े घरों में काम कर चुकी हो "
(क) बेला ने इंदु से नौकरानी के बारे में क्या कहा था? उत्तर- बेला ने इंदू से नौकरानी के बारे में कहा कि न जाने तुम लोग किस तरह इन फूहड़ नौकरों से गुजारा कर लेते हो | मेरे मायके में तो ऐसी गंवार मिश्रानी दो दिन छोड़कर दो घड़ी भी नहीं टिक सकती |
(ख) उपर्युक्त वाक्य किसने किससे कहा ? उत्तर- उपर्युक्त कथन मंझली भाभी ने बेला से कहे |मंझली भाभी दादा मूलराज के मंझले पुत्र कर्मचंद की पत्नी है |
(ग) वक्ता ने नौकरों के सम्मान में दादाजी की किस बात का उल्लेख किया? उत्तर- वक्ता मंझली भाभी ने कहा कि दादाजी पुराने नौकरों के हक में हैं | दादाजी का मानना है कि पुराने नौकर ईमानदार और विश्वसनीय होते हैं |
(घ)वक्ता ने रजवा के संबंध में बेला को क्या बताया था और बेला को क्या सुझाव दिया ? उत्तर- मंझली भाभी ने बेला को बताया कि रजवा की सास भी यहीं काम करती थी,अब रजवा की बहू काम करती है | ये हमारे पास पीढी दर पीढी काम करते आ रहे हैं |उसने सुझाव दिया कि रजवा की बहू को ही अपने काम के लिए रख ले, उसकी उमर कम है, वह जल्द ही काम सीख जाएगी |
अभ्यास पुस्तिका प्रश्न XVII. 'आप मुझे कांटों में घसीटती हैं ? आप मेरे साथ क्यों पड़े परायो-सा व्यवहार करती है?'
(क) वक्ता और श्रोता कौन-कौन है ? दोनों का परिचय दीजिए उत्तर- कथन की वक्ता बेला है और श्रोता बड़ी बहू है | बेला दादा जी के पौत्र परेश की पत्नी है | वह घर में सबसे अधिक पढ़ी लिखी है और लाहौर के उच्च घराने की बेटी है | बड़ी बहू दादाजी के सबसे बड़े पुत्र के पुत्र की पत्नी है |
(ख) कांटो में घसीटने का आशय एवं संदर्भ स्पष्ट कीजिए कांटो में घसीटने का अर्थ है- दुखी करना | दादा जी के आदेश पर सभी बेला को अत्यधिक सम्मान देने लगे थे | बड़ी बहू रजवा के संबंध में बेला से बात कर रही है | बेला उसे बैठने को कहती है, लेकिन बड़ी बहू यह कह कर मना कर देती है कि हम आपसे छोटी हैं, वर्ग में भी और बुद्धि में भी | इस पर बेला दुखी हो जाती है और उपर्युक्त कथन कहती है |
(ग)वक्ता ने उपर्युक्त कथन किन परिस्थितियों में कहां और क्यों ? उत्तर- दादा जी के आदेश पर सभी सदस्य बेला को आदर देने लगे थे | बड़ों द्वारा अनावश्यक आदर देने से बेला असहज अनुभव कर रही थी| उनके व्यवहार में बेला को अपनत्व का भाव नजर नहीं आ रहा था | उसे लग रहा था कि उसके साथ परायो जैसा व्यवहार किया जा रहा है | बेला का मन दुखी हो जाता है | ऐसी परिस्थिति में उसने ऐसा कहा था |
(घ) उपर्युक्त कथन के आधार पर वक्ता की मानसिक स्थिति पर प्रकाश डालिए .उत्तर- वक्ता बेला घर के किसी भी सदस्य को नहीं समझ पाती हैं | कभी यह लोग गर्म हो जाते हैं तो कभी बहुत नरम हो जाते हैं | कभी बहुत गुस्सा करते हैं तो कभी अनावश्यक आदर देते हैं | बेला उनके इस व्यवहार को समझ नहीं पाती है | अनावश्यक अपनत्व रहित व्यवहार उसे आहत करने लगता है | वह सम्मान पाकर भी खुश नहीं है |
( अभ्यास पुस्तिका प्रश्न XVIII) " आप मुझे मेरे मायके भेज दीजिए मुझे ऐसा लगता है कि मैं अपरिचितो में आ गई हूं"
(क) उपर्युक्त कथन किसने, किससे, किस संदर्भ में कहा ? उत्तर - कथन बेला ने अपने पति से परेश कहा | दादा जी ने परिवार के सभी सदस्यों को बेला का आदर करने तथा उसका सारा काम बांट लेने की हिदायत दी थी | परिवार के सदस्यों का बदला हुआ व्यवहार बेला को बहुत ही असामान्य लगने लगा | वह उनके स्वभाव से तंग आकर परेश से उपर्युक्त वाक्य कहती है |
(ख)श्रोता को किन किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था ? उत्तर- बेला को सभी के असामान्य व्यवहार का सामना करना पड़ा रहा था | घर की सभी महिलाएं उसे आदर देने लगी थी तथा इंदु भाभी जी कहकर बुलाने लगी थी | वह घर में कहीं भी जाती तो सब खड़ी हो जाती, हँस रही होती तो एकदम से चुप हो जाती तथा उसे कोई भी काम नहीं करने देती |
(ग) उसे ऐसा क्यों लगा कि वह अपरिचितो र्में आ गई है ? उत्तर- दादाजी के आदेश पर घर के सभी सदस्यों का व्यवहार बेला के प्रति इस हद तक बदल गया कि वह बेला को हद से ज्यादा सम्मान देने लगे थे, जिसके कारण बेला स्वयं को उपेक्षित अनुभव करने लगी थी | उसे ऐसा लगने लगा कि वह परायो के बीच आ गई है, यहां उसका कोई अपना नहीं है |
(घ) वक्ता की बात सुनकर श्रोता ने क्या उत्तर दिया ? उत्तर- वक्ता बेला की बात सुनकर परेश ने कहा कि मैं नहीं समझता कि तुम क्या कहती हो | तुम्हें शिकायत थी कि कोई तुम्हारा आदर नहीं करता, अब सब तुम्हारा आदर करते हैं तो तुम्हें शिकायत थी कि तुम्हें सब से दबना पड़ता है , अब सब तुमसे दबते हैं, तुम्हें शिकायत थी कि तुम सब का काम करती हो, अब सब तुम्हारा काम करते हैं | आदर सत्कार आराम न जाने तुम क्या चाहती हो, मैं नहीं समझ सका |
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