संस्कार और भावना' एकांकी का उद्देश्य मानव की विचारधारा में परिवर्तन लाना है। रूढ़ियों को मानना तभी तक उचित है जब तक वह बंधन न लगे वरना इनका टूट जाना ही उचित है। संस्कारों को अवश्य मानना चाहिए लेकिन उसका दास नहीं बनना चाहिए। परिवर्तन संसार का नियम है और उसे पुराने की दुहाई देकर गलत नहीं ठहराना नहीं चाहिए।
कहानी दो कलाकार के प्रश्नोत्तर (अभ्यास पुस्तिका ) by - Avadh Bihari 1. "अरे, यह क्या इसमें तो सड़क, आदमी, ट्राम, बस, मोटर, मकान सब एक दूसरे पर चढ़ रहे हैं | मानो सबकी खिचड़ी पकाकर रख दी हो | क्या घनचक्कर बनाया है ?" प्र श्न (i)."अरे, यह क्या " वाक्य का वक्ता और श्रोता कौन है ? कथन का संदर्भ स्पष्ट कीजिए | उत्तर -- कथन की वक्ता अरुणा है और श्रोता चित्रा है | चित्रा ने नया चित्र बनाया था | अरुणा ने जब उसे देखा तो उसे समझ नहीं आया कि यह किस जीव का चित्र है | अरूणा ने चित्र को घूमा फिरा कर देखा और कहा कि किसी तरह समझ नहीं पा रही हू...
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