बाल लीला. सूरदास जी का परिचय 1. हिंदी साहित्य के भक्ति कालीन सगुण धारा के श्री कृष्ण उपासक कवि. 2. जन्म सन् 1478 आगरा के समीप रूनकता गांव में 3 गुरु का नाम वल्लभाचार्य. 4. प्रमुख ग्रंथ- सूरसागर, सूरसारावली, साहित्य लहरी. 5 .श्री कृष्ण के बाल हठ, माखन चोरी, बाल सुलभ चपलता, खींच, नटखट आदि का सुंदर वर्णन कियाहै. 6. भाषा ब्रजभाषा है. 7. निधन- 1563 ईस्वी में गोवर्धन पर्वत के पास पारसोली नामक गांव में
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए (1) "वह तमीज तो बस आप लोगों को है, मैंने कहा तुम तो लड़ती हो", मैं तो सिर्फ कहना चाहती थी कि नौकर से काम लेने का भी ढंग होता है |" (क) वक्ता और श्...
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें